ए. आर. रहमान | AR Rahman biography
बायोग्राफी | |
वास्तविक नाम | ए एस दिलीप कुमार |
पूरा नाम | अल्लाह रक्खा रहमानी |
निक नाम | इसाई पुयाल, मद्रास का मोजार्ट |
पेशा | संगीत निर्देशक, गायक |
जन्म की तारीख | 6 जनवरी 1967 |
आयु (2021 के अनुसार) | 54 वर्ष |
जन्मस्थल | चेन्नई, तमिलनाडु, भारत |
राशि - चक्र चिन्ह | मकर राशि |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | चेन्नई, तमिलनाडु, भारत |
स्कूल | पद्म शेषाद्री बाल भवन, चेन्नई |
महाविद्यालय | मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज, चेन्नई ट्रिनिटी कॉलेज ऑफ म्यूजिक, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूनाइटेड किंगडम |
शैक्षिक योग्यता | पश्चिमी शास्त्रीय संगीत में डिग्री |
प्रथम प्रवेश | संगीत निर्देशक: रोजा (1992, तमिल और हिंदी) एल्बम: वंदे मातरम् |
पिता | आर के शेखर (संगीतकार) |
मां | करीमा बेगम |
बहन | ए आर रेहाना, फातिमा रफीक और इशरत कादरी |
धर्म | इस्लाम (रूपांतरित रूप हिंदू धर्म) |
पता | कोडंबकम, चेन्नई |
शौक | कीबोर्ड बजाना |
पुरस्कार, सम्मान | राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 1992 सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन रोजा 1996 सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन मिनसारा कानावु 2010 सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन लगान 2002 सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन कन्नथिल मुथामित्तल 1996 सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन 2017 सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन माँ अकादमिक पुरस्कार 2009 सर्वश्रेष्ठ मूल स्कोर और "जय हो" स्लमडॉग मिलियनेयर के लिए सर्वश्रेष्ठ मूल गीत बाफ्टा पुरस्कार 2009 सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार संगीत - स्लमडॉग मिलियनेयर ग्रैमी पुरस्कार 2009 मोशन पिक्चर और सर्वश्रेष्ठ के लिए सर्वश्रेष्ठ अनुपालन साउंडट्रैक एल्बम "जय हो" स्लमडॉग मिलियनेयर के लिए मोशन पिक्चर के लिए लिखा गया गीत सम्मान 1995 तमिलनाडु सरकार द्वारा कलैमामणि 2000 पद्म श्री भारत सरकार द्वारा 2001 उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मान सम्मान 2004 मध्य प्रदेश सरकार द्वारा राष्ट्रीय लता मंगेशकर पुरस्कार 2010 भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण |
विवादों | उनके खिलाफ एक फतवा या फ्रिंज जारी किया गया था जिसमें पैगंबर मुहम्मद पर बायोपिक का 4 संगीत तैयार किया गया था, जिसे "मोहम्मद: द मैसेंजर ऑफ गॉड" कहा जाता था। |
मनपसंद चीजें | भोजन: पालक पनीर, राजमा चावल संगीतकार: इलियाराजा, मोहम्मद रफी, माइकल जैक्सन गंतव्य: चेन्नई मुंबई लंदन |
संबंध और अधिक | वैवाहिक स्थिति: विवाहित पत्नी/पति: सायरा बानो बच्चे: बेटी- खतीजा, रहीमा बेटा: अमीन |
ए. आर. रहमान को संगीत अपने पिता से विरासत में मिला था। इनके पिता आर के शेखर मलयाली फिल्मों में संगीतकार थे। ए. आर. रहमान हिंदी फिल्मों के प्रसिद्ध संगीतकार है। इनको सुरों का बादशाह कहा जाता है। रहमान ने हिंदी के अलावा और भी कई अन्य भाषाओं की फिल्मों में भी संगीत दिया है। ए. आर. रहमान का विवाह दक्षिण भारत अभिनेत्री राशिद रहमान के रिश्तेदार सायरा बानो से हुआ था।
ए. आर. रहमान जीवी प्रकाश कुमार के चाचा हैं। ए आर रहमान "ग्लोब अवार्ड" से सम्मानित होने वाले सबसे पहले भारतीय संगीतकार हैं यह एक ऐसे भारतीय हैं जिनको ब्रिटिश भारतीय फिल्म "स्लमडॉग मिलेनियर" में इनको संगीत के लिए तीन ऑस्कर के नामांकन हासिल हुए हैं। ए आर रहमान ने संगीत की पढ़ाई मास्टर धनराज से प्राप्त की थी। केवल 11 साल की उम्र में अपने बचपन के दोस्त शिवमणि के साथ रहमान बेड रूट्स के लिए कीबोर्ड बजाने का कार्य किया करते थे। रहमान को ही चेन्नई में बैंड "नेमेसिस एवेन्यू" की स्थापना आश्रय का श्रेय जाता है। वे पियानो कीबोर्ड गिटार और हारमोनियम सभी बजाते थे।
ए. आर. रहमान टेक्नोलॉजी और सिंथेसाइजर का अद्भुत संगम मानते हैं। ए आर रहमान जब 9 वर्ष के थे तब इनके पिता की अचानक से मृत्यु हो गई थी। और इनको पैसों के लिए घरवालों के वाद्य यंत्रों को भी बेचना पड़ा था। आर्थिक स्पीड में ज्यादा बिगड़ गई थी कि उनके परिवार को इस्लाम धर्म अपनाना पड़ा था।
और सन 1992 में उन्हें फिल्म डायरेक्टर मणिरत्नम ने अपनी फिल्म रोजा में संगीत देने को कहा था। फिल्म म्यूजिक कल हिट रही थी । और पहली फिल्म में ही ए आर रहमान ने फिल्मफेयर अवार्ड जीता था। इसी अवार्ड के साथ रहमान की जीत का सिलसिला शुरू हुआ था । और अब तक यह सिलसिला जारी है इन के गानों की 200 करोड़ से भी अधिक रिकॉर्डिंग बेची जा चुकी है। आज ए आर रहमान दुनिया भर के टॉप 10 म्यूजिक कंपोज़र्स में गिने जाते हैं।
ए. आर. रहमान ने 1995 में देश की आजादी की 50वीं वर्षगांठ पर "वंदे मातरम" एल्बम बनाया था जोकि जबरदस्त सफल रहा था। रहमान ने बॉम्बे, तहजीब, रंगीला, दिल से, जींस, ताल, फिजा, मंगल पांडे, लगान, रंग दे बसंती, स्वदेश, जाने तू या जाने ना, जोधा अकबर, स्लमडॉग मिलेनियर, युवराज, गजनी जैसी फिल्मों में संगीत दिया है। एल्बम जन गण मन जोकि भारत बाला के निर्देशन में बनी थी। जिसमें भारतीय शास्त्रीय संगीत से जुड़ी कई नामी हस्तियों का सहयोग दिया गया था उनका एक और बहुत जरूरी काम था। उन्होंने खुद को कई विज्ञापनों के जिंगल लिखें थे और उनका संगीत भी तैयार किया था। उन्होंने प्रसिद्ध कोरियोग्राफर प्रभुदेवा और शोभना के साथ मिलकर तमिल सिनेमा के डांसरों का टुप बनाया, जिसमें उन्होंने माइकल जैकसन के साथ मिलकर स्टेज कार्यक्रम दिए।
रहमान ने अब तक सर्वाधिक 11 फिल्मफेयर अवार्ड साउथ, 14 फिल्मफेयर अवार्ड, चार राष्ट्रीय पुरस्कार, दो ग्रेमी अवार्ड दो अकादमी, और एक गोल्डन ग्लोब अवार्ड हासिल किये हैं।
अवॉर्ड्स (Awards):
- चार बार संगीत के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता बने।
- संगीत में अभूतपूर्व योगदान के लिए 1995 में मलेशियन अवॉर्ड्स, मॉरीशस नेशनल अवॉर्ड्स मिले।
- इनको फर्स्ट वेस्ट एंड प्रोडक्शन के लिए लारेंस ऑलीवर अवॉर्ड्स मिला।
- 2000 में पद्मश्री से सम्मानित।
- विश्व संगीत में योगदान के लिए 2006 में स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से इनको सम्मानित किया गया।
- मध्यप्रदेश सरकार का लता मंगेशकर अवॉर्ड्स।
- छः बार तमिलनाडु स्टेट फिल्म अवॉर्ड के विजेता बने।
- ग्यारह बार फिल्म फेयर साउथ और फिल्म फेयर अवॉर्ड विजेता बने।
- 2009 में इन्होने 2 ग्रैमी पुरस्कार, स्लम डॉग मिलेनियर के गीत जय हो.... के लिये सर्वश्रेष्ठ फिल्मी गीत व सर्वश्रेष्ठ साउंडट्रैक सर्वश्रेष्ठ फिल्मी गीत के लिये जीते।
- 2009 में फ़िल्म स्लम डॉग मिलेनियर के लिए गोल्डेन ग्लोब पुरस्कार मिला।
- ब्रिटिश भारतीय फिल्म स्लम डॉग मिलेनियर में उनके संगीत के लिए इन्हे ऑस्कर पुरस्कार मिला।
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